सोमवार, 31 मई 2010

रौशनी रौशनी......................

रौशनी रौशनी हर तरफ रौशनी
गाँव में रौशनी शहर में रौशनी
रौशनी रौशनी हर तरफ रौशनी .............
पर दिलों में अभी तक अँधेरा
जाने कब हो मिलन का सबेरा
ख्वाब है रौशनी हकीकत रौशनी .... रौशनी रौशनी ...
है गुजारिश बस ये खुदा से
वो सलामत रहें इस दुआ से
यादों में रौशनी वादों में रौशनी ....रौशनी रौशनी ...
इस जुबां पर अभी भी है ताले
ऑंखें करती है चंचल इशारे
दुआ में रौशनी फिजा में रौशनी ...रौशनी रौशनी ..
तेरी तस्वीर आँखों पे छाई
और डसने लगी तन्हाई
चाँद पर रौशनी जमीं पर रौशनी
रौशनी रौशनी हर तरफ रौशनी
गाँव में रौशनी शहर में रौशनी