गुरुवार, 19 अगस्त 2010
सावन आयो रे ......
बुधवार, 21 जुलाई 2010
हम आये है तोहरे द्वार ओ राजा
हम आये है तोहरे द्वार ओ राजा
लीजो खबरिया हमार.......................
बरसों से अँखियाँ है सूखीं
किस्मत जैसे हम से रूठी
करि- करि तुम्हारी याद - ओ राजा
लीजो खबरिया हमार ....................
जियरा मोरा एसे धडके
जल बिन मछली जैसे तडपे
ऑंखें गयीं पथराय ..... ओ राजा
लीजो खबरिया हमार ....................
तुम दुनियां में एसे उलझे
समझ के मोरा दर्द ना समझे
दिल से दियो बिसराय -ओ राजा
लीजो खबरिया हमार ....................
हम आये है तोहरे द्वार ओ राजा
लीजो खबरिया हमार.......................
शुक्रवार, 18 जून 2010
है बात बड़ी सीधी सी मगर.......................
शुक्रवार, 11 जून 2010
देखूं जो चेहरा तेरा ..............
धुल जाये मन ये मेरा
तू आब है या आग है
तुझ में है नूर मेरा
बारिश की खुशबू में तू
दिल की हर धड़कन में तू
तू है कोई अप्सरा .................
तेरी बात ही कुछ खास है
तू लगे हमेशा पास है
तू है इस जहाँ से जुदा .................
तेरी हर एक हंसी पे मिट जाऊं
इन कदमों में जमाना झुकाऊँ
इतना सा ख्वाब मेरा .......................
जब सज कर के तू निकले
हर दीवाने का दिल मचले
तेरा हर पल करूँ सजदा ..........
देखूं जो चेहरा तेरा
धुल जाये मन ये मेरा
शुक्रवार, 4 जून 2010
बड़ा हुआ हैरान चाँद जब घर आया
बड़ा हुआ हैरान चाँद जब घर आया .
अपने पंखों को आंगन में फैलाया
चाहत को बांटा है तुमने सदियों से
खूब सुनी है तेरी कहानी परियों से
सब बच्चों की जुबां पे तेरा नाम है प्यारे
हर रिश्ते से तुमसे सरे रिश्ते न्यारे ,....................
बड़ा हुआ हैरान चाँद जब घर आया
बादल से खेली है तुमने आंख मिचोली
देखा बहुत चकोर मगर न सजी है डोली
कभी तो छोटे और कभी बड़े हो जाते हो
हमें हमारा बचपन याद दिलाते हो
बड़ा हुआ हैरान चाँद जब घर आया .................
अपने पंखों को आंगन में फैलाया